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रविवार, 2 सितंबर 2012

कार्टूनिस्ट

राष्ट्रपति से मिले राजधानी के कार्टूनिस्ट
राजधानी के कार्टूनिस्टों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केरल कार्टून अकादमी के कार्यक्रम समन्वयक के नेत्रत्व में  भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी से राष्ट्रभवन में आज (०१/०९/२०१२) भैंट की। अधिकांश कार्टूनिस्टों ने राष्ट्रपति को अपने द्वारा बनाये कैरीकेचर-कार्टून भैंट किये। अपने ऊपर बने तरह-तरह कार्टून-कैरीकेचर देखकार कई बार उनके चेहरे पर अनायास ही मुस्कान आ गयी।
केरल कार्टून अकादमी ने स्वर्गीय कार्टूनिस्ट की पहली पुण्यतिथि (२२ अक्टूबर, २०१२) के अवसर पर उनके स्मरण का कार्यक्रम बनाया है जिसके अक्टूबर, 2012 के अंतिम सप्ताह में दिल्ली में आयोजित होने की आशा है।  इस कार्यक्रम में आने के लिए उन्हें आमन्त्रित किया गया। कार्टूनिस्ट कुट्टी को लेकर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होने के वे इच्छुक हैं।
मलयालम भाषी केपीएस कुट्टी केरल निवासी थे और उनके कार्टून बंग्ला अखबार में छपते थे। उन्हें बंला भाषा नहीं आती थी और अखबार मालिक मलयाम नहीं जानते थे। आपको याद होगा आनन्द बाज़ार पत्रिका समूह की चर्चित साप्ताहिक हिदी पत्रिका `रविवार' के अन्तिम पृष्ठ पर ‘कुट्टी का कार्टून’ छपता था जिसे तमाम पाठक सबसे पहले देखा करते थे। उन्होंने लगभग सात दशक जो कार्टून बनाए उनमें से कई कार्टूनों के पात्र वर्तमान राष्ट्रपति भी बने। ९० साल की आयु में अमरीका में उनकागत वर्ष निधन हो गया था।
केरल कार्टून अकादमी के पूर्व सचिव और अभी कार्यक्रम समन्वयक कार्टूनिस्ट सुधीर नाथ के नेतृत्व में राष्ट्रपति से मिलने गये कार्टूनिस्टों के इस प्रतिनिधि मण्डल में वरिष्ठ कार्टूनिस्ट काक (प्रभासाक्षी), जयन्तो बनर्जी (हिन्दुस्तान टाइम्स), श्यामल बनर्जी (मिण्ट), चन्दर (कार्टूनपन्ना), जगजीत राणा (दै. जागरण), रोहनीत फ़ोर (इण्डियन एक्सप्रेस), सजीत कुमार (डेक्कन क्रॉनीकल), प्रसान्थ (भारतीय वर्तमान), शिजू जॉर्ज (स्वतन्त्र), मनोज कुरील (स्वतन्त्र) और सत्य गोविन्द (स्वतन्त्र) शामिल थे।
देखें- केरल कार्टून अकादमी   केरल कार्टून अकादमी   कार्टूनपन्ना  



रविवार, 1 मई 2011

कार्टून उत्सव

कार्टून उत्सव में हुआ कार्टूनिस्टों का सम्मान
राजधानी स्थित हिन्दी भवन में कार्टून वॉच पत्रिका द्वारा आयोजित कार्टून उत्सव में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने कार्टूनिस्ट काक, अजीत नैनन, बीवी पांडुरंगा राव, जगजीत राणा, हुसैन ज़ामिन और सुधीरनाथ (विशेष रूप से कार्टून कला के प्रचार-प्रसार के लिए) सम्मानित किया। इस अवसर पर अनेक कार्टूनिस्ट और कार्टून प्रेमी उपस्थित थे।
कार्टूनिस्ट चन्दर  के अनुसार डॉ. कलाम बचपन में मिसाइल का कार्टून बनाते थे। इस आशय का एक कार्टून उन्होंने ‘कार्टूनिस्ट कलाम’ को भैंट किया। भैंट किए एक अन्य कार्टून में अखबार के पहले पन्ने पर कार्टून छपने के पक्षधर डॉ. कलाम के समर्थन के साथ ‘कार्टून पन्ना’ छापने की बात कही गयी है
पत्रिका की ओर से हर साल किया जाने वाला यह सम्मान कार्यक्रम पहली बार दिल्ली में आयोजित किया गया।
मन्जू गोपालन • फ़ोटो: वरुण, चन्दर
डॉ. कलाम का सम्बोधन
काक
अजीत नैनन
बीवी पाण्डुरंगाराव
हुसैन ज़ामिन


सुधीरनाथ
जगजीत राणा
बीवी पाण्डुरंगाराव
परेशनाथ, चन्दर और बीवी पाण्डुरंगाराव
कार्टून उत्सव
सुधीरनाथ
भोजन
मन्जू गोपालन, प्रताप अनम, चन्दर, ..., असीम,...
वरुण, विशाल
कार्टून उत्सव

त्र्यम्बक शर्मा, डॉ. कलाम, चन्दर और कुलदीप श्रीवास्तव
चन्दर द्वारा ‘कार्टूनिस्ट कलाम’ को भैंट किये गये कार्टूनों की रसीद
काक
अजीत नैनन
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पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम ने बनाया कार्टून

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कार्टून बनाते कार्टूनिस्ट कलाम
मिसाइल मैन के रूप में विख्यात पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने लोगों को कार्टून बनाकर हैरत में डाल दिया। 29 अप्रैल की शाम नयी दिल्ली के  हिन्दी भवन में कार्टून वॉच पत्रिका द्वारा आयोजित ‘कार्टून उत्सव’ का शुभारंभ उन्होंने अपने हाथों से कार्टून बनाकर किया। डॉ. कलाम ने एक मुस्कुराता हुआ चेहरा बनाया क्योंकि उनका मानना है कि कार्टूनिस्ट लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट बिखेरते हैं।

इस अवसर पर डॉ. कलाम ने पांच कार्टूनिस्टों को कार्टून वॉच के ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मनित किया। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया के श्री अजीत नैनन, नवभारत टाइम्स के पूर्व कार्टूनिस्ट श्री काक, मधु मुस्कान पत्रिका के नन्हा जासूस ‘बबलू’ के रचयिता श्री हुसैन जामिन, बंगलुरु के श्री बी.बी. पांडुरंग राव और दैनिक जागरण के कार्टूनिस्ट श्री जगजीत राणा को शाल, श्रीफल और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। कार्टून विधा को बढ़ावा देने का उल्लेखनीय कार्य करने के लिए केरल के कार्टूनिस्ट सुधीरनाथ का भी सम्मान किया गया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में श्री कलाम ने कार्टून वॉच परिवार को इस आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने अपने मित्र कार्टूनिस्ट आर.के. लक्ष्मण के संस्मरण सुनाए। उन्होंने कार्टून वॉच में प्रकाशित उनके स्वयं के कार्टून को दिखाते हुए उसका विश्लेषण भी किया। डॉ. कलाम ने कार्टून विधा को भ्रष्ट्राचार मुक्त विधा कहा और कहा कि कार्टून बहुत सुखद अनुभूति प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि जब वे बहुत तनाव में होते हैं तब कार्टून ही उन्हें तनावमुक्त करते हैं। डॉ. कलाम ने कार्टून वॉच के माध्यम से ‘मिशन फॉर कार्टूनिस्ट’ का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इस विधा का उपयोग देशहित और देश निर्माण में किया जा सकता है। उन्होंने कार्टूनिस्टों को सुझाव दिया कि वे लोगों को प्रेरित करने के लिए ‘क्या दे सकते है’ पर कार्टून बनाए ना कि ‘हम क्या ले सकते हैं’ पर।
उन्होंने गांधी जयंती पर बने एक कार्टून का भी जिक्र किया जिसमें दर्द के साथ-साथ सकारात्मकता भी थी। इस अवसर पर कार्टून वॉच के संपादक त्र्यम्बक शर्मा ने बताया कि विगत 15 वर्षों में कार्टून वॉच पत्रिका ने नित नये सोपान गढ़े हैं। उन्होंने पावर पॉइंट प्रेजेटेशन के माध्यम से इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डॉ. कलाम कार्टून विधा को ना सिर्फ पसंद करते हैं अपितु देश के विकास में इसकी उल्लेखनीय भूमिका भी मानते हैं। इस अवसर पर कार्टून वॉच के विशेष अंक का विमोचन भी डॉ. कलाम ने किया।




इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि से रूप में उपस्थित हरिभूमि समाचार पत्र के प्रबंध संपादक श्री हिमांशु द्विवेदी ने कहा कि आज जहां कोई भी क्षेत्र, प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप में भ्रष्टाचार से अछूता नहीं रहा है। ऐसे में कार्टूनिस्ट ही ऐसे व्यक्ति हैं जो निष्पक्ष रूप से, सटीक व रोचक तरीके से, विभिन्न विषयवस्तु को सामने लाते हैं। ऐसे ईमानदार लोगों को सम्मानित करने से सम्मान की प्रतिष्ठा और अधिक बढ़ जाती है। अखबारों में जहां कार्टूनों को थोड़ा सा ही स्थान प्राप्त होता है वहीं इससे संबंधित संपूर्ण पत्रिका प्रकाशित करना अपने में एक बहुत बड़ी बात है।
कार्टून वॉच के प्रधान संपादक पं. मृत्युंजय शर्मा ने कार्टून वॉच द्वारा दिये गए पिछले सम्मानों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे पहले श्री आर.के. लक्ष्मण, श्री सुधीर तैलंग, श्री आबिद सुरती, श्री प्राण, श्री राजेन्द्र धोड़पकर, श्री एच.एम. सदून, श्री सुरेश सावंत और श्याम जगोता को ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से नवाज़ा जा चुका है। उन्होंने बताया कि कार्टून वॉच ने 2008 में लंदन के नेहरू सेंटर में 10 दिवसीय कार्टून प्रदर्शनी का भी आयोजन किया था। जिसको लंदन में सर्वत्र सराहा गया। उन्होंने कहाबताया कि रायपुर में देश का पहला ‘कार्टून म्यूज़ियम’ भी बनाने की योजना है।
कार्टूनिस्ट श्री अजीत नैनन, श्री काक, श्री हुसैन ज़ामिन, श्री पांडुरंग राव, श्री जगजीत राणा और सुधीरनाथ ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन सुश्री हनी कुकरेजा ने किया। इस अवसर पर कार्टूनिस्ट चन्दर, श्याम जगोता, अंजना शास्त्री, हरविंदर मंकड़, शालिग्राम शास्त्री, आरती शर्मा, मेहुल शर्मा, गौरव त्रिपाठी, मनमौजी आदि उपस्थित थे।
सौजन्य: हिन्दियन एक्सप्रेस ((समाचार व फ़ोटो)/दिल्ली- विशेष प्रतिनिधि

सोमवार, 16 अगस्त 2010

दिल्ली कार्टून कैम्प आयोजित

दिल्ली कार्टून शिविर
नयी दिल्ली, १५ अगस्त, २०१०, रविवार
प्रधान मन्त्री के मुख्य सचिव टीकेए नायर के अनौपचारिक उद्घाटन के बाद केरल कार्टून अकादमी और जनसंस्कृति के सहयोग से बच्चों के लिए आयोजित दिल्ली कार्टून शिविर का प्रात: ११ बजे शुभारम्भ हुआ। स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर नयी दिल्ली में जन्तर मन्तर के निकट स्थित केरल हाउस में आयोजित इस कार्टून शिविर में बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हुए। अनेक बच्चों के अभिभावक भी वहां उपस्थित थे।

जनसंस्कृति संस्था महासचिव संतोष एमवी ने मुख्य अतिथि टीकेए नायर, सभी कार्टूनिस्टों और कार्टून शिविर सदस्यों का स्वागत किया। केरल कार्टून अकादमी अध्यक्ष प्रसन्नन ने श्री टीकेए नायर का शानदार कैरीकेचर बनाकर उन्हें भेंट किया जिसे सभी ने सराहा। श्री नायर लगभग १ घण्टा शिविर में उपस्थित रहे।

केरल कार्टून अकादमी सदस्य कार्टूनिस्ट अजीत नारायण की कक्षा से कार्टून शिविर की शुरूआत हुई। वरिष्ट कार्टूनिस्ट काक और गोपी गजवानी ने अपने संबोधन में विभिन्न अनुभवों को भी शामिल किया। जानेमाने कार्टूनिस्टों सुधीर तैलंग, बालकृष्णन अनन्त, एवी प्रशान्त, चन्दर, बीएस बग्गा, जगजीत राणा, राजेन्द्र सिंह कलकल, तन्मय, उदय शंकर और रोहनीत फोर ने अपनी कार्टून कला, उपयोगी निर्देश और अनुभवों को लोगों के सामने रखा। वहां कैरीकेचर बना रहे अनेक कार्टूनिस्टों से अपने कैरीकेचर बनवाने की होड़ मची रही। इसके साथ ही कार्टूनिस्टों को एकदूसरे के कैरीकेचर बनाते हुए देखना भी बच्चों और बड़ों के लिए एक अच्छा और रोचक अनुभव रहा।

कार्टूनिस्ट सुधीरनाथ के निर्देशन में आयोजित कार्टून कला में रुचि रखने वाले बच्चों के लिए यह एक उपयोगी और सफ़ल कार्यक्रम रहा। केरल कार्टून अकादमी के उपाध्यक्ष बालू और सत्यदेव इस कार्यक्रम को सफ़ल बनाने हेतु विशेष रूप से यहां उपस्थित रहे। अन्त में राज्य सभा सदस्य टीएन सीमा ने सभी कार्टून शिविर सदस्यों को प्रमाण पत्र प्रदान किये।

दिल्ली कार्टून शिविर चित्र झांकी

टीकेए नायर, प्रसन्ननअनिक्कड और सत्यदेव

कार्टून शिविर

संतोष (जनसंस्कृति)
टीकेए नायर, उनका कैरीकेचर और प्रसन्नन, पीछे सुधीरनाथ
प्रसन्नन, टीकेए नायर और सुधीरनाथ
टीकेए नायर
सुधीरनाथ
काक, सुधीरनाथ और गोपी गजवानी
टीकेए नायर और प्रसन्नन

चन्दर




बच्चे
काक और जगजीत राणा
कार्टून शिविर में शामिल बच्चे
अजीत नारायणन
प्रशान्त एवी
चन्दर
सुधीर तैलंग
बालू

तन्मय और प्रसन्नन

बीएस बग्गा, काक और राणा

राजेन्द्र सिंह कलकल

बालकृष्णन अनन्त और प्रसन्नन

प्रशान्त, प्रसन्नन, बालू, सत्यदेव और सुधीरनाथ

चन्दर, प्रशान्त, प्रसन्नन, अनिल महेन्द्रू, काक, बालू और राणा

उदय शंकर

डॉ. रोहनीत फ़ोर
टीएन सीमा (सांसद, राज्य सभा) प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए
उपहार प्रदान करते हुए काक

कार्टूनेचर फ़ीचर सेवा

कार्टून न्यूज़ हिन्दी झरोखा